NSS/IPSSR (SOCIAL WORK)
NSS–NATIONAL SERVICE SCHEME ( राष्ट्रीय सेवा योजना )
महाविद्यालय स्तर पर तकनीकी संस्थानों, स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्र के लिए युवाओं को सामुदायिक सेवा गतिविधियों और कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम के अंतर्गत इस योजना का निर्माण किया गया।
इन गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के कार्य करते है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं के द्वारा समाज में आपदा राहत और पुनर्वास संबंधी कार्यक्रम, सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान, डिजिटल भारत, कौशल भारत, योग के प्रति जागरूकता पैदा करना, वंचित समूह, दलित, झुग्गी झोपड़ी में निवासरत परिवारों को चिन्हित कर नैतिकता की प्रेरणा से सेवाभाव के साथ विभिन्न
कार्यक्रमों को आयोजित करना विद्यार्थी के द्वारा अपने रिक्त समय एवं अवकाश का सदुपयोग करने हेतु समाज सेवा तथा अपनी शिक्षा की पूर्ति हेतु वास्तविक परिस्थितियों से साक्षात्कार भी करना, जिससे उनके व्यक्तित्व का विकास हो, छात्रों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास और चरित्र के निर्माण एवं राष्ट्र सेवा के लिए उन्हें जागरूक करना आदि राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य हैं।
प्रत्येक एनएसएस स्वयंसेवी को प्रति वर्ष कम से कम 120 घंटे अर्थात दो साल में 240 घंटे की सेवा करना अनिवार्य होता है। यह कार्य एनएसएस शाखाओं द्वारा अपनाए गए गांवों या स्कूल/कॉलेज परिसरों में किया जाता है। आज वर्तमान में अपने सिद्धांतों को पूरा करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना का सिद्धांत वाक्य (मोटो)- ‘मैं नही आप (नाहं वै भवान्) Not me but you – यह सिद्धांत वाक्य वसुधैव कुटुम्बकम् का सार बताता है कि हम दूसरों के दृष्टिकोण की सराहना करने वाले बनें तथा प्राणी मात्र के लिये सहानुभूति रखें।
इन गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के कार्य करते है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं के द्वारा समाज में आपदा राहत और पुनर्वास संबंधी कार्यक्रम, सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान, डिजिटल भारत, कौशल भारत, योग के प्रति जागरूकता पैदा करना, वंचित समूह, दलित, झुग्गी झोपड़ी में निवासरत परिवारों को चिन्हित कर नैतिकता की प्रेरणा से सेवाभाव के साथ विभिन्न
कार्यक्रमों को आयोजित करना विद्यार्थी के द्वारा अपने रिक्त समय एवं अवकाश का सदुपयोग करने हेतु समाज सेवा तथा अपनी शिक्षा की पूर्ति हेतु वास्तविक परिस्थितियों से साक्षात्कार भी करना, जिससे उनके व्यक्तित्व का विकास हो, छात्रों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास और चरित्र के निर्माण एवं राष्ट्र सेवा के लिए उन्हें जागरूक करना आदि राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य हैं।
प्रत्येक एनएसएस स्वयंसेवी को प्रति वर्ष कम से कम 120 घंटे अर्थात दो साल में 240 घंटे की सेवा करना अनिवार्य होता है। यह कार्य एनएसएस शाखाओं द्वारा अपनाए गए गांवों या स्कूल/कॉलेज परिसरों में किया जाता है। आज वर्तमान में अपने सिद्धांतों को पूरा करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना का सिद्धांत वाक्य (मोटो)- ‘मैं नही आप (नाहं वै भवान्) Not me but you – यह सिद्धांत वाक्य वसुधैव कुटुम्बकम् का सार बताता है कि हम दूसरों के दृष्टिकोण की सराहना करने वाले बनें तथा प्राणी मात्र के लिये सहानुभूति रखें।
IPSSR – IPSians Social Responsibility
हमारा मुख्य उद्देश्य युवाओं को उनकी जिम्मेदारी और दायित्व के प्रति जागरुक करना है |
ताकि वे आने वाले समय में यह समझ सकें कि समाज के प्रति उनकी एक नैतिक जिम्मेदारी है| यह युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण के लिए भी ज़रूरी है, जिससे एक बेहतर और सभ्य समाज की स्थापना हो सके।
ताकि वे आने वाले समय में यह समझ सकें कि समाज के प्रति उनकी एक नैतिक जिम्मेदारी है| यह युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण के लिए भी ज़रूरी है, जिससे एक बेहतर और सभ्य समाज की स्थापना हो सके।
Mrs Neha Sharma
HOD- NSS/IPSSR Department
Email- neha.sharma@ipsacademy.org
Instagram: instagram.com/nsscsrips/